निजीकरण

यदि निजीकरण अच्छा होता तो सरकारी बैंकों से ज्यादा भीड़ प्राइवेट बैंको में होती ।


यदि निजीकरण अच्छा होता तो रोडवेज बस ज्यादा लोग प्राइवेट बस में चलना पसन्द करते ।
यदि निजीकरण अच्छा होता तो सरकारी अस्पताल से ज्यादा भीड़ प्राइवेट अस्पताल में होती ।
यदि निजीकरण अच्छा होता तो लाखों स्टूडेंट्स NEET IIT JEE की तैयारी न करते सीधे प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेते ।
यदि निजीकरण अच्छा होता तो लोग GOVT जॉब छोड़कर प्राइवेट जॉब करते ।
यदि निजीकरण अच्छा होता तो जवाहर नवोदय विद्यालय , केंद्रीय विद्यालयों का रिजल्ट प्राइवेट स्कूलों से अच्छा नही होता ।
निजीकरण के बाद
क्या प्राइवेट कंपनी अपने किसी कर्मचारी को महंगाई बढ़ने के साथ साथ सैलरी बढ़ाएगी ।
क्या कोई प्राइवेट कंपनी वेतन सहित मेडिकल लीव देगी ।
क्या कोई प्राइवेट कंपनी हर साल वेतन वृद्धि करेगी ?
क्या कोई प्राइवेट कंपनी योग्यता होने के बाबजूद दलित को अपना मैनेजर बनाएगी ?
क्या कोई प्राइवेट कंपनी अपने कर्मचारियों को आपदा के समय वेतन देगी ?
क्या कोई प्राइवेट कंपनी घाटे में जाने पर अपना व्यवसाय जारी रखेगी ?
ये निजीकरण नही देश को गुलामी की ओर धकेलना है ।
आज बड़े बड़े भारतीय पूंजीपति देश के संसाधन खरीद सकते हैं लेकिन यदि ये संसाधन और घाटे में गए तो विदेशियों को बेच देंगे यही अंतिम सत्य है ।
#निजीकरण_का_विरोध_करो
#भारत_को_गुलाम_होने_से_बचाओ ।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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Milan Tomic

Hi. I’m Designer of Blog Magic. I’m CEO/Founder of ThemeXpose. I’m Creative Art Director, Web Designer, UI/UX Designer, Interaction Designer, Industrial Designer, Web Developer, Business Enthusiast, StartUp Enthusiast, Speaker, Writer and Photographer. Inspired to make things looks better.

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